Friday, 14 June 2019

पिता: सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति | Hindi


पिता




-सौ. भक्ति सौरभ खानवलकर
-कोलंबिया,साऊथ कैरोलिना, यू. एस. .

 
             मां जननी है तो पिता जन्मदाता हैं। मां ममता रूपी सागर है तो पिता विशाल आसमान-सी छाया हैं। जीवन का आधार ही पिता हैं। वही तो होते हैं जो हमें बचपन में उंगली पकड़ कर चलना सिखाते हैं। कभी हम गिरते हैं तो हमें संभालना सिखाते हैं। कभी कोई राह भटकते हैं तो हमें सही दिशा दिखाते हैं और वही तो होते हैं जो हमें अपने कंधे पर बैठाकर पूरी दुनिया दिखाते हैं। हर पिता अपने बच्चे की जिंदगी का रोल मॉडल या उनके हीरो होते हैं। जिनसे हम बहुत कुछ सीखते हैं। पिताजी की डांट के साथ-साथ हमें उनसे उतना ही प्रेम मिलता है। पिता अपने बच्चों के लिए केवल एक आदर्श ही नहीं बल्कि सबसे अच्छे दोस्त भी होते हैं। जो समय-समय पर अच्छी और बुरी बातों का आभास करा कर आगाह करते हैं। हमेशा हार ना मानकर आगे बढ़ने की सीख देते हुए अपने बच्चों का हौसला बढ़ाते हैं। पिता से अच्छा मार्गदर्शक कोई और नहीं हो सकता है। हर बच्चा अपने पिता से ही सारे गुण सीखता है और उसे जीवनभर परिस्थितियों के अनुसार ढालता जाता है। उनके पास सदैव हमें देने के लिए ज्ञान का अमूल्य भंडार होता है जो कभी खत्म नहीं होता।
           पिता सदैव हर समय धीरज से काम लेते हैं। हर परिस्थिति में शांति से सोच समझ कर आगे बढ़ते हैं और गंभीर से गंभीर मामलों में भी धैर्य बनाए रखते हैं। वह यह सिखाते हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए हमें अपने आप पर से नियंत्रण कभी नहीं खोना चाहिए। पिता हमेशा संयम व्यवहार, कुशलता से हर कार्य को सफलतापूर्वक करते हैं व हमें भी इसी प्रकार कार्य करने की प्रेरणा देते हैं। पिता अपने बच्चों को हमेशा अनुशासन में रहना सिखाते हैं। सुबह से लेकर रात तक पूरी दिनचर्या अनुशासित होनी चाहिए व हर काम समय पर पूर्ण होना चाहिए यह सीख भी पिता द्वारा ही बच्चों को मिलती है। पिता कभी भी घर की छोटी-छोटी बातों को नज़र अंदाज़ नहीं करते बल्कि हर बात को गंभीरता से लेकर उसका महत्व स्वयं समझते हैं व अपने परिवार को समझाते हैं। पिता कभी भी किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने देते और अपने बच्चों व परिवार की सारी ज़रूरतें और फरमाइशें पूरी करने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं।
          पिता कभी अपनी कोई तकलीफ़ नहीं बताते बल्कि वह घर के लोगों की हर ज़रूरत और तकलीफ़ का पूरा ध्यान रखते हैं। इन्हीं सब विशेषताओं के कारण पिता की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है। उनकी तुलना दुनिया में किसी से भी नहीं की जा सकती। पिता प्रत्येक बच्चे के लिए धरती पर ईश्वर का साक्षात रूप होते हैं। वह अपनी संतान को सुख देने के लिए अपने सुखों को भी भुला देते हैं। वह दिन रात अपने बच्चों के लिए ही मेहनत करते हैं और उन्हें हर सुख-सुविधा देते हैं जो उन्हें कभी नहीं मिली। कई बार छोटी-सी तनख्वाह में भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए पिता कर्ज़ में भी डूब जाते हैं। लेकिन बच्चे के सामने कोई भी परेशानी जाहिर नहीं करते। शायद इसीलिए पिता बच्चों की दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।
        बच्चों को बस इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर सदैव अपने माता-पिता का व उनकी सिखाई गई बातों का सम्मान करना चाहिए। उनकी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए। माता-पिता का कर्ज़ दुनिया में कभी कोई नहीं उतार सकता इसलिए हमेशा उनका आदर करना चाहिए व उन्हें हर सुख व हर खुशी देने का प्रयत्न करते रहना चाहिए।


सभी पिताओं को फादर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं। इस अवसर पर हर पिता के लिए यह कुछ पंक्तियां-


पिता कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है,
पिता कभी धरती तो कभी आसमान है,
पिता कभी कंधे पर बैठाकर मेला दिखाते है,
तो कभी बनके घोड़ा अपनी पीठ पर घुमाते है,
पिता उंगली पकड़े बच्चे का सहारा है,
तो छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है,
पिता है तो बच्चों को इंतजार है,
पिता से ही बच्चों के सारे सपने है,
पिता है तो बाजार के सब खिलौने अपने है,
पिता जीवन है, संबल है, शक्ति है,
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है।








3 comments:

  1. Happy Father's Day.. हृदय स्पर्शी लेख ।। Shaishav Bhatnagar

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  2. पिता की उत्कृष्ट कल्पना, सुंदर चरित्र चित्रण किया है पिता का खुप छान।

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