मदर्स डे
-सौ. भक्ति सौरभ खानवलकर
मदर्स डे का अर्थ है मां का दिन! सोचने में कुछ अजीब लगता है ना कि भला मां का कोई एक दिन कैसे हो सकता है? मां की संतान के लिए तो प्रत्येक दिवस, प्रत्येक घंटा, प्रत्येक मिनट व प्रत्येक पल मां का दिवस ही तो होता है। यह पाश्चात्य संस्कृति से आई हुई बातें है। पर खैर दोस्तों, मदर्स डे के दिन अपनी मां को हैप्पी मदर्स डे कहना या उनके लिए कोई तोहफा लाना यह सब तो आम है। यदि मां को कोई तोहफा ही देना है तो उनकी सिखाई गई हर बात को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करते रहना चाहिए। मां के दिए गए संस्कारों को ध्यान में रखकर व पिता के आदर्शों पर चल कर समाज में उनकी व अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर होना चाहिए। जिस कारण से लोग उन्हें उनकी संतान के नाम से जाने इससे बड़ा तोहफा उनके जीवन में और कुछ हो सकता है क्या भला? मां जननी होती है। बिना किसी शिकायत वह अपनी संतान को नौ महीने अपने कोख में पालती है और इस संसार से उसका परिचय कराती है। वह करुणा है, ममता का अवतार है, प्रकृति की खूबसूरत देन है और ईश्वर का दूसरा रूप है। मां की ममता की कहानियां तो हमने कई सुनी है दोस्तों पर एक कहानी मैं आपसे साझा करना पसंद करूंगी। कहानी कुछ इस प्रकार है- एक बेटा पढ़-लिख कर बहुत बड़ा आदमी बन गया। पिता के स्वर्गवास के बाद मां ने हर तरह का काम करके उसे इस काबिल बनाया। बेटे की शादी के बाद उसकी पत्नी को मां से शिकायते रहने लगी। लोगों को यह बताने में उन्हें संकोच होने लगा कि उनकी मां व सास अनपढ़ है। तभी एक दिन बेटे ने अपनी मां से कहा,"मां अब मैं इस काबिल हो गया हूं कि कोई भी कर्ज अदा कर सकता हूं और मैं चाहता हूं कि हम दोनों सुखी रहे इसलिए आज तुम मुझ पर किए गए अब तक के सारे खर्च सूत और ब्याज के साथ मिलाकर बता दो। मैं वह अदा कर दूंगा। फिर हम अलग-अलग अपना जीवन सुखी होकर व्यतीत करेंगे।" मां ने सोच कर उत्तर दिया,"बेटा हिसाब ज़रा लंबा है। सोच कर बताना पड़ेगा। थोड़ा वक्त चाहिए।" बेटे ने कहा,"मां कोई जल्दी नहीं है। दो-चार दिनों में बता देना।" रात हुई और सब सो गए। मां एक लोटे में पानी लेकर अपने बेटे के कमरे में गई। बेटा जहां सो रहा था उसके एक ओर पानी डाल दिया। बेटे ने करवट ले ली मां ने दूसरी ओर भी पानी डाल दिया। बेटे ने जिस ओर भी करवट ली मां उस ओर पानी डालती रही। तभी परेशान होकर बेटा उठा और खीज कर बोला कि,"मां यह क्या है? मेरे पूरे बिस्तर को पानी-पानी क्यूं कर डाला।" मां बोली,"बेटा तूने मुझसे पूरी जिंदगी का हिसाब बनाने को कहा था। मैं अभी यह हिसाब लगा ही रही थी कि मैंने कितनी रातें तेरे बचपन में तेरे बिस्तर गीला कर देने से जागते हुए काटी हैं। यह तो पहली रात है और तू अभी से घबरा गया। मैंने अभी हिसाब तो शुरू भी नहीं किया है जिसे तू अदा कर पाए।" मां की इस बात ने बेटे के ह्रदय को झकझोर कर रख दिया। फिर वह रात उसने सोचने में ही गुज़ार दी और उसे यह एहसास हो गया कि मां-बाप का कर्ज़ आजीवन नहीं उतारा जा सकता। वे जो भी अपनी संतान के लिए करते हैं वह नि:स्वार्थ भाव से करते हैं व बदले में अपनी संतान से सिर्फ थोड़ा सा मान-सम्मान व आदर मिले बस यही चाहते हैं। पिता अगर बरगद है तो मां उनकी शीतल छाया है। जिसमें उनकी संतान उन्मुक्त भाव से जीवन बिताती है। मां अगर अपनी संतान के लिए हर दुख उठाने को तैयार रहती है, तो पिता सारे जीवन उसे खुश रखने के लिए, उसकी सारी ज़रूरतें पूरी करने के लिए खून-पसीना एक कर कमाते हैं। बच्चों को तो बस उनके किए गए कार्यों को आगे बढ़ाकर अपने व सब के हित में काम करते रहना चाहिए। आखिर हर कोई अपने बच्चों से भी यही सब चाहता है ना? सभी माताओं को मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं। इस अवसर पर हर मां के लिए यह कुछ पंक्तियां- मां ममता रूपी सागर की मूर्ति है, तो संसार से परिचय कराने वाली जननी है। सूरज की पहली किरण है, तो कड़ी धूप में घनी छांव है। मां डांट और प्यार का खट्टा-मीठा मेल है, तो खुशियों के अनमोल खजा़ने की राह है। बेटा हो या बेटी उसकी संतान उसका गर्व है, मां है तो संपूर्ण संसार मानो जैसे स्वर्ग है।
Friday, 10 May 2019
मदर्स डे | Hindi
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वाह भक्ति
ReplyDeleteमाँ बाप अपनी संतान को कैसे पाल पोस कर बड़ा करते हैं इसका संक्षिप्त में बोहत ही अच्छा वर्णन किया है 👌👌
Thank you papa 😊🙏
ReplyDeleteमां का वर्णन बहुत सुंदरता से किया है।
ReplyDeleteमां शब्द बोलने मात्र से ही मन में अपने आप उसकी छबि, आकृति बन जाती है और सभी लोग इस शब्द का महत्व समझ जाएं तो दुनिया से सभी दुःख अपने आप दुर हो जाएंगे।
मातृत्व का सुंदर चित्रण है god bless you.
ReplyDeleteSo Nice ! Very Touchy !
ReplyDeleteबोहोत अच्छा भक्ति ।
ReplyDeleteमां की ममता का कोई मोल नहीं ।
ममतामई स्नेह की गहराई नहीं नापी जा सकती ।
ShaishavNeha...
Good very nice.
ReplyDeleteGood very nice.
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteVery nice...
ReplyDeleteबहुत सुंदर!! मां का महत्व कोई समयया शब्दों में नहीं बांध सकता ये ऐसा एहसास है जो रूह से ही महसूस किया जा सकता है
ReplyDeleteमदर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं।युं तो रोज ही मदर्स डे होता है। परंतु ३६५ दिनों में अलग से एक दिन मां का होना उसे ईस संसार में होने का एहसास कराता है
ReplyDeleteमां के लिए लिखे गए शब्द,मां को गौरवान्वित करते हैं और उसे भी अपनी मां की याद ताजा हो जाती है।